卷十四

關燈
強盜是很不喜歡主人的,人民也一定痛恨在他上面的統治者,你喜歡說話直接,必定遭到禍難。

    ” 經冬十有一月,叔孫僑如會晉士燮、齊高無咎、宋華元、衛孫林父、鄭公子、邾人會吳于鐘離。

     傳十一月,會吳于鐘離1,始通吳也。

     今注 1鐘離:是楚邑,《一統志》說:“鐘離有東西二城。

    濠水流其中。

    古城在今安徽鳳陽縣東北五裡。

    ” 今譯 十一月,魯國連晉國等諸侯同吳國在鐘離開會,這是初次同吳國交往。

     經許遷于葉。

     傳許靈公畏偪于鄭,請遷于楚。

    辛醜,楚公子申遷許于葉1。

     今注 1葉:楚邑。

    今河南省葉縣南三十裡有古葉城。

     今譯 許靈公怕鄭國的威逼,請求遷到楚國去。

    辛醜這天,楚國公子申把許國遷到葉這地方。

     成公十有六年(公元前五七五年) 經十有六年春王正月,雨木冰1。

     今注 1雨木冰:因為冷得過度,所以雨落到樹上全都結成冰。

    此經無傳。

     今譯 成公十六年春正月,雨落到樹上全結了冰。

     傳十六年春,楚子自武城1,使公子成以汝陰之田2,求成于鄭。

    鄭叛晉,子驷從楚子盟于武城。

     今注 1武城:楚地,在今河南省南陽縣北。

     2使公子成以汝陰之田:公子成是楚國的公子,用汝水南邊的田地。

    汝水南就是汝陰。

     今譯 十六年春天,楚王從武城這地方,派遣公子成用汝水南邊的田地與鄭國求和。

    鄭國就背叛了晉國,鄭穆公的兒子子驷到武城同楚王盟誓。

     經夏四月辛未,滕子卒。

     傳夏四月,滕文公1卒。

     今注 1滕文公:滕子。

     今譯 夏天四月,滕文公死了。

     經鄭公子喜帥師侵宋。

     傳鄭子罕伐宋,宋将、樂懼敗諸汋陂,退舍于夫渠不儆,鄭人覆之,敗諸汋陵1,獲将、樂懼,宋恃勝也。

     今注 1宋将、樂懼敗諸汋陂,退舍于夫渠不儆,鄭人覆之,敗諸汋陵:汋(音濁)陂、夫渠、汋陵皆宋地。

    《一統志》說:“汋陵城在今河南甯陵縣南二十五裡。

    ”由汋陵退舍于夫渠,則汋陂應在汋陵西南。

    夫渠應在汋陵、汋陂之間。

     今譯 鄭國的子罕趁着滕國有喪事,侵伐宋國,宋國的将和樂懼把鄭子罕打敗在汋陂這地方。

    宋軍退到夫渠這地方而不戒備,鄭國的伏兵把宋軍在汋陵這地方打敗了,捕獲将同樂懼。

    這是因為宋國仗恃着戰勝而不加戒備。

     經六月丙寅朔,日有蝕之1。

     今注 1此經無傳。

     今譯 六月丙寅這天,有日食。

     傳衛侯伐鄭,至于鳴雁1,為晉故也。

     今注 1鳴雁:《一統志》說:“今河南杞縣西北四十裡有鳴雁亭,俗謂之白雁亭。

    ” 今譯 衛侯伐鄭國到了鳴雁這地方,這是為了晉國的緣故。

     經晉侯使栾黡來乞師。

     經甲午晦,晉侯及楚子、鄭伯戰于鄢陵,楚子、鄭師敗績。

    楚殺其大夫公子側。

     傳晉侯将伐鄭,範文子曰:“若逞吾願,諸侯皆叛,晉可以逞1。

    若唯鄭叛,晉國之憂可立俟也。

    ”栾武子曰:“不可以當吾世而失諸侯2,必伐鄭。

    ”乃興師。

    栾書将中軍,士燮佐之3,郤锜将上軍4,荀偃佐之5,韓厥将下軍,郤至佐新軍。

    荀?居守6。

    郤犨如衛,遂如齊,皆乞師7焉。

    栾黡來乞師8,孟獻子曰:“有勝矣9。

    ”戊寅,晉師起。

    鄭人聞有晉師,使告于楚,姚句耳與往10,楚子救鄭,司馬将中軍11,令尹将左12,右尹子辛将右,過申,子反入見申叔時,曰:“師其何如?”對曰:“德、刑、詳、義、禮、信,戰之器也13。

    德以施惠,刑以正邪,詳以事神,義以建利,禮以順時,信以守物14,民生厚而德正15,用利而事節16,時順而物成17,上下和睦,周旋不逆18,求無不具19,各知其極20。

    故《詩》曰:‘立我烝民,莫匪爾極21。

    ’是以神降之福,時無災害,民生敦厖22,和同以聽23,莫不盡力,以從上命,緻死以補其阙24。

    此戰之所由克也。

    今楚内棄其民25,而外絕其好26。

    渎齊盟27,而食話言28。

    奸時以動29,而疲民以逞30。

    民不知信,進退罪也31。

    人恤所底,其誰緻死32?子其勉之。

    吾不複見子矣。

    ”姚句耳先歸,子驷問焉33。

    對曰:“其行速,過險而不整34。

    速則失志35,不整喪列36。

    志失列喪,将何以戰?楚懼不可用也。

    ”五月,晉師濟河,聞楚師将至,範文子欲反37,曰:“我僞逃楚,可以纾憂38。

    夫合諸侯,非吾所能也,以遺能者39。

    我若群臣輯睦以事君,多矣40。

    ”武子曰:“不可。

    ”六月,晉、楚遇于鄢陵41。

    範文子不欲戰。

    郤至曰:“韓之戰,惠公不振旅42。

    箕之役,先轸不反命43。

    邲之師,荀伯不複從44。

    皆晉之恥也。

    子亦見先君之事矣。

    今我辟楚,又益恥也。

    ”文子曰:“吾先君之亟戰也,有故45。

    秦狄齊楚皆強,不盡力,子孫将弱。

    今三強服矣,敵楚而已。

    唯聖人能外内無患,自非聖人,外甯必有内憂。

    盍釋楚以為外懼乎46?”甲午晦,楚晨壓晉軍而陳47,軍吏患之,範匄趨進48,曰:“塞井夷竈,陳于軍中,而疏行首49。

    晉楚唯天所授,何患焉?”文子執戈逐之,曰:“國之存亡,天也,童子何知焉?”栾書曰:“楚師輕窕50,固疊而待之,三日必退,退而擊之,必獲勝焉。

    ”郤至曰:“楚有六間51,不可失也。

    其二卿相惡52,王卒以舊53,鄭陳而不整54,蠻軍而不陳55,陳不違晦56,在陳而嚣,合而加嚣,各顧其後,莫有鬥心57,舊不必良58,以犯天忌。

    我必克之。

    ”楚子登巢車59以望晉軍,子重使大宰伯州犂侍于王後。

    王曰:“騁而左右,何也60?”曰:“召軍吏也61。

    ”“皆聚于中軍矣62。

    ”曰:“合謀也63。

    ”“張幕矣64。

    ”曰:“虔蔔于先君也65。

    ”“徹幕矣66。

    ”曰:“将發命也67。

    ”“甚嚣,且塵上矣68。

    ”曰:“将塞井夷竈而為行也69。

    ”“皆乘矣,左右執兵而下矣70。

    ”曰:“聽誓也71。

    ”“戰乎72?”曰:“未可知也73。

    ”“乘而左右皆下矣74。

    ”曰:“戰禱也75。

    ”伯州犂以公卒告王76。

    苗贲皇在晉侯之側,亦以王卒告77,皆曰:“國士在,且厚,不可當也78。

    ”苗贲皇言于晉侯曰:“楚之良,在其中軍王族而已79,請分良以擊其左右80,而三軍萃于王卒81。

    必大敗之。

    ”公筮之。

    史曰:“吉。

    其卦遇複?,曰:‘南國?,射其元,王中厥目82。

    ’國?、王傷,不敗何待?”公從之,有淖83于前,乃皆左右,相違于淖84。

    步毅禦晉厲公,栾鍼為右;彭名85禦楚共王,潘黨為右;石首86禦鄭成公87,唐苟88為右;栾範以其族夾公行89,陷于淖。

    栾書将載晉侯90,鍼曰:“書退91,國有大任,焉得專之92?且侵官,冒也93。

    失官,慢也94。

    離局,奸也95。

    有三罪焉,不可犯也。

    ”乃掀公以出于淖96。

    癸巳,潘尪之黨97與養由基98蹲甲而射之,徹七劄焉99,以示王,曰:“君有二臣如此,何憂于戰100?”王怒曰:“大辱國101。

    诘朝,爾射死藝102。

    ”呂锜103夢射月,中之,退入于泥104。

    占之,曰:“姬姓,日也105。

    異姓,月也106。

    必楚王也,射而中之,退入于泥,亦必死矣107。

    ”及戰,射共王中目。

    王召養由基與之兩矢,使射呂锜,中項,伏弢108。

    以一矢複命109。

    郤至三遇楚子之卒,見楚子必下,免胄而趨風110,楚子使工尹襄111問之以弓112,曰:“方事之殷也,有韋之跗注113,君子也,識見不穀而趨,無乃傷乎114?”郤至見客115,免胄承命116,曰:“君之外臣至117從寡君之戎事,以君之靈,間蒙甲胄118,不敢拜命119。

    敢告不甯,君命之辱120。

    為事之故,敢肅使者121。

    ”三肅使者而退。

    晉韓厥從鄭伯122,其禦杜溷羅123曰:“速從之,其禦屢顧,不在馬124,可及也。

    ”韓厥曰:“不可以再辱國君125。

    ”乃止。

    郤至從鄭伯,其右茀翰胡126曰:“諜辂之127,餘從之乘而俘以下128。

    ”郤至曰:“傷國君有刑129。

    ”亦止。

    石首曰:“衛懿公唯不去其旗,是以敗于熒130。

    ”乃内旌于弢中131。

    唐苟謂石首曰:“子在君側,敗者壹大132。

    我不如子133。

    子以君免,我請止134。

    ”乃死。

    楚師薄于險135,叔山冉136謂養由基曰:“雖君有命,為國故,子必射137。

    ”乃射。

    再發,盡殪138。

    叔山冉搏人以投,中車折轼139。

    晉師乃止,囚楚公子茷140。

    栾鍼見子重之旌,請曰:“楚人謂夫旌子重之麾也141,彼其子重也142。

    日臣之使于楚也,子重問晉國之勇143。

    臣對曰:‘好以整衆144。

    ’曰:‘又何如145?’臣對曰:‘好以暇146。

    ’今兩國治戎,行人不使,不可謂整147。

    臨事而食言,不可謂暇148。

    請攝飲焉149。

    ”公許之,使行人執榼承飲150,造于子重151,曰:“寡君乏使152,使鍼禦持矛153,是以不得犒從者,使某攝飲154。

    ”子重曰:“夫子嘗與吾言于楚,必是故也,不亦識乎155?”受而飲之。

    免使者而複鼓156。

    旦而戰,見星未已157。

    子反命軍吏察夷傷158,補卒乘159,繕甲兵160,展車馬161,雞鳴而食,唯命是聽162。

    晉人患之。

    苗贲皇徇163曰:“蒐乘補卒164,秣馬利兵165,修陳固列166,蓐食申禱167,明日複戰。

    ”乃逸楚囚168。

    王聞之,召子反謀。

    穀陽豎獻飲于子反169,子反醉而不能見。

    王曰:“天敗楚也夫,餘不可以待。

    ”乃宵遁。

    晉入楚軍,三日谷170。

    範文子立于戎馬之前曰:“君幼,諸臣不佞,何以及此?君其戒之!《周書》曰:‘惟命不于常’,有德之謂171。

    ”楚師還,及瑕172,王使謂子反曰:“先大夫之覆師徒者,君不在173。

    子無以為過,不谷之罪也174。

    ”子反再拜稽首曰:“君賜臣死,死且不朽。

    臣之卒實奔,臣之罪也。

    ”子重使謂子反曰:“初隕師徒者,而亦聞之矣,盍圖之175。

    ”對曰:“雖微先大夫有之176,大夫命側177,側敢不義178。

    側亡君師,敢忘其死。

    ”王使止之,弗及而卒。

    戰之日,齊國佐、高無咎至于師179。

    衛侯出于衛180。

    公出于壞181。

     今注 1晉可以逞:晉國就可以暢快。

     2不可以當吾世而失諸侯:不可以在我們當政的時間失掉諸侯。

     3士燮佐之:士燮是替代荀庚。

     4郤锜将上軍:郤锜替代士燮。

     5荀偃佐之:荀偃是荀庚的兒子。

     6荀居守:荀本來是下軍佐,他不參加戰役。

     7皆乞師:全都要求出動軍隊。

     8栾黡來乞師:栾黡也到魯國來求出動軍隊。

     9有勝矣:晉國有勝算。

     10姚句耳與往:姚句耳是鄭大夫,他也參加這件事情。

     11司馬将中軍:司馬是子反。

     12令尹将左:令尹是子重。

     13德、刑、詳、義、禮、信,戰之器也:這六種全是戰争的器物。

     14信以守物:信用可以守住事物。

     15民生厚而德正:人民生活富厚而道德合于純正。

     16用利而事節:民用很有利而事神又有禮。

     17時順而物成:時機既已順當而事物就會成功。

     18上下和睦,周旋不逆:上下全都和睦,所以動作順當不逆。

     19求無不具:上邊所求的,下邊沒有不具備的。

     20各知其極:各人都知道行動的準則。

     21立我烝民,莫匪爾極:這是《詩經·周頌·思文》篇内的詩句,意思是說安置人民,沒有不合乎準則。

     22民生敦厖:厖音旁。

    人民生下來是很敦厚而厖大的。

     23和同以聽:聯合着來聽上邊的命令。

     24緻死以補其阙:拼命以補戰死的人缺。

     25内棄其民:國内不施恩惠于人民。

     26外絕其好:外邊斷絕與别國的友好關系。

     27渎齊盟:把盟會的事全都毀棄。

     28而食話言:說的話都不算。

     29奸時以動:動的時候不合于時機。

     30疲民以逞:勞苦人民而為個人的暢快。

     31民不知信,進退罪也:人民不知何者為信,進同退全都是犯罪。

     32人恤所底,其誰緻死:人們憂心自己的結局,還有誰敢拼命至死? 33子驷問焉:子驷問他怎麼樣。

     34過險而不整:遇見險要的地方而不整齊。

     35速則失志:想着快進則失去思慮。

     36不整喪列:不整齊就丢掉行列。

     37範文子欲反:範文子想回去。

     38可以纾憂:可以免除憂患。

     39以遺能者:留下給能幹的人去做。

     40我若群臣輯睦以事君,多矣:我們如果群臣和睦以侍奉晉君,這就足夠了。

     41鄢陵:在今河南省鄢陵縣西北四十裡。

     42惠公不振旅:晉惠公不能夠振兵作戰。

    這件事在魯僖公十五年。

     43先轸不反命:晉國元帥先轸不能夠回去複命,因為他死在狄人的手中。

    這件事在僖公三十三年。

     44荀伯不複從:荀伯就是荀林父,他不從舊路回去。

    這件事在魯宣公十二年。

     45吾先君之亟戰也,有故:我們從前的晉君屢次打仗有緣故。

     46盍釋楚以為外懼乎:何不留下楚國以為外邊的戒懼呢? 47甲午晦,楚晨壓晉軍而陳:楚國早晨就逼近晉國的軍隊來擺開陣勢。

     48範匄趨進:範匄是士燮的兒子,趕緊往前進。

     49而疏行首:在晉國舊營盤中開出打仗的道路。

     50楚師輕窕:楚國的軍隊非常輕浮。

     51楚有六間:楚國有六種缺隙。

     52其二卿相惡:楚國子重與子反不相和。

     53王卒以舊:楚王的軍隊是用的舊人而不更換。

     54鄭陳而不整:鄭國是隻能擺出陣勢而不整齊。

     55蠻軍而不陳:蠻人的軍隊隻能有行列而不能擺陣勢。

     56陳不違晦:擺陣不避開月的終了。

    這是兵家大的忌諱。

     57在陳而嚣,合而加嚣,各顧其後,莫有鬥心:到了擺陣勢,而大聲地喧嚷,陣勢聯合起來,喧鬧得更厲害,各軍彼此觀望、依賴,沒有戰鬥意志。

     58舊不必良:用舊的軍隊,一定不是精兵。

     59巢車:是車上有一個加上巢的車,為的是遠望。

     60騁而左右,何也:騎着馬往左右跑,為什麼? 61召軍吏也:這是為的召喚軍中的官吏。

     62皆聚于中軍矣:全都合聚在中軍帳下。

     63合謀也:為的聯合計謀。

     64張幕矣:張開帳幕了。

     65虔蔔于先君矣:這是為的在先君前面禱告并占蔔。

     66徹幕矣:棄掉帳幕。

     67将發命也:這是将發布命令。

     68甚嚣,且塵上矣:聲音很大,并且塵土飛揚。

     69将塞井夷竈而為行也:将堵塞所發掘的井,棄掉了做飯的竈,而變成了行列。

     70皆乘矣,左右執兵而下矣:全都上到車上,左右的人全都拿着兵器下來。

     71聽誓也:這為的是聽軍中的誓言。

     72戰乎:是不是要打仗了? 73未可知也:尚不可以知道。

     74乘而左右皆下矣:上兵車以後,左右全都下來了。

     75戰禱也:這是為戰争禱告于上天。

     76伯州犂以公卒告王:伯州犂就是伯宗的兒子,他逃到楚國,将拿晉國軍隊的情形告訴給楚王。

     77苗贲皇在晉侯之側,亦以王卒告:苗贲皇是楚國鬬椒的兒子,他是在魯宣公四年的時候逃到晉國去的,他也把楚王軍隊的情形來告訴晉侯。

     78國士在,且厚,不可當也:有國士在那裡,并且很多,這是不可抵擋的。

     79楚之良,在其中軍王族而已:楚國精良的軍隊,在它的中軍,王的同姓中。

     80請分良以擊其左右:請分晉國最好的軍隊,以攻擊楚國的左軍同右軍。

     81而三軍萃于王卒:然後晉國的三軍就集合來對付楚國的王卒。

     82吉。

    其卦遇複?,曰:南國,射其元,王中厥目:占卦的史官說,這很吉祥,這卦遇見複,南方的國家勢,射它的國王,中他的眼睛。

     83有淖:泥坑。

     84相違于淖:就左右的旁邊避開這個泥坑。

     85彭名:是楚大夫。

     86石首:是鄭大夫。

     87鄭成公:鄭國國君,随着晉軍打仗。

     88唐苟:鄭大夫。

     89栾範以其族夾公行:栾氏同範氏用他族人的軍隊,兩面護衛着晉君前進。

     90栾書将載晉侯:栾書因為晉侯的車陷入泥淖中,所以他想以他的車來載晉侯。

     91書退:因為是在晉君的面前,所以栾鍼叫他父親的名字。

    書,退下去。

     92焉得專之:你怎麼能專任這件事。

     93且侵官,冒也:你用車來載晉厲公,這是侵犯别人的職責,這是冒昧。

     94失官,慢也:你替代駕車的,丢掉元帥的職責,這是怠慢。

     95離局,奸也:你離開你的軍隊,這是犯了過錯。

     96乃掀公以出于淖:栾鍼就舉起晉厲公的戰車,離開泥淖。

     97潘尪之黨:潘尪的兒子潘黨。

     98養由基:是楚國善射的大夫。

     99徹七劄焉:穿過七層甲胄。

     100君有二臣如此,何憂于戰:你有二臣有這種本領,何必怕打仗呢? 101大辱國:這對于國家是大的恥辱。

     102诘朝,爾射死藝:明天早晨,你會為射藝而戰死。

     103呂锜:就是魏锜。

     104退入于泥:退下來到泥裡頭。

     105姬姓,日也:姬姓是周王,等于太陽。

     106異姓,月也:旁的姓,全是月亮。

     107亦必死矣:這等于也是死。

     108中項,伏弢:弢音濤。

    箭射中呂锜的脖子,他就伏在弓衣上死了。

     109以一矢複命:意思是說一箭就射中。

     110免胄而趨風:取下鐵帽子而跑得很快。

     111工尹襄:楚大夫。

     112問之以弓:送給他一把弓。

     113方事之殷也,有韎韋之跗注:韎音魅。

    戰事很厲害的時候,有一位穿着紅色的戎衣。

     114識見不穀而趨,無乃傷乎:看見我就快跑,是不是他受傷了? 115郤至見客:郤至見了工尹襄。

     116免胄承命:摘下帽子,接受命令。

     117君之外臣至:君主的外臣郤至。

     118間蒙甲胄:近來也戴着甲胄。

     119不敢拜命:因為穿着甲胄的人不能行禮。

     120君命之辱:感謝君王給我的命令。

     121敢肅使者:隻能對使者拜謝。

     122晉韓厥從鄭伯:晉國韓厥追逐鄭君。

     123杜溷羅:溷音混。

    是晉大夫。

     124其禦屢顧,不在馬:趕車的人屢屢地後看,不注意前面的馬。

     125不可以再辱國君:因為在鞍之戰的時候,他曾經将假冒齊頃公的人逮捕。

    所以說,不可以兩次侮辱國君。

     126茀翰胡:是晉大夫。

     127諜辂之:使輕兵阻擋鄭伯的車。

     128餘從之乘而俘以下:我趕上鄭伯的車子就把他逮下來。

     129傷國君有刑:傷了國君是犯了刑法。

     130衛懿公唯不去其旗,是以敗于熒:衛懿公跟狄人打仗,他不拿下他的旗,所以在熒這地方被打敗。

    這一戰在魯闵公二年。

     131乃内旌于弢中:把旌旗放在弓衣裡頭。

     132敗者壹大:打敗了後果更嚴重。

     133我不如子:我不如你。

     134子以君免,我請止:你帶着鄭國的君逃跑,我就在這裡戰鬥。

     135楚師薄于險:楚國軍隊被迫在險要的地方,不能夠退了。

     136叔山冉:叔山是雙姓,名冉,是楚大夫。

     137雖君有命,為國故,子必射:雖然楚王有命令,說你必死在射箭上,但是為了國家的緣故,你必須射。

     138再發,盡殪:射了兩箭,被射的晉軍全部死了。

     139中車折轼:他把捉來的晉人,抛出去砸中晉國的車,折斷了轼。

     140公子茷:楚國的公子。

     141楚人謂夫旌子重之麾也:楚國人說這個旌旗是子重的指揮旗。

     142彼其子重也:這一定是子重。

     143子重問晉國之勇:子重曾經問過,晉國怎麼樣叫作勇。

     144好以整衆:喜歡軍隊很多,但是整齊。

     145又何如:又問其餘的怎麼樣。

     146好以暇:喜歡從容。

     147不可謂整:這不可以說整齊。

     148不可謂暇:這也不可以說從容不迫。

     149請攝飲焉:請拿着酒杯去請子重喝酒。

     150使行人執榼承飲:使行人官拿着酒器請子重喝酒。

     151造于子重:送酒到子重那兒。

     152寡君乏使:我們的君缺乏保衛的人。

     153使鍼禦持矛:使栾鍼拿着矛守衛。

     154是以不得犒從者,使某攝飲:所以不能給你們的人酒喝,使我來獻酒給你。

     155不亦識乎:這不也記得很清楚從前的話嗎? 156免使者而複鼓:等到使者走了,就重新敲戰鼓。

     157見星未已:一直到晚上看見星星,戰事還沒完。

     158子反命軍吏察夷傷:看受傷的人數。

     159補卒乘:增補死亡的軍隊。

     160繕甲兵:修理甲胄和兵器。

     161展車馬:陳列着車同馬。

     162唯命是聽:就聽号令行動。

     163苗贲皇徇:苗贲皇巡視晉國的軍隊。

     164蓃乘補卒:檢閱車輛,補充兵卒。

     165秣馬利兵:喂好馬,整好兵器。

     166修陳固列:修好了陣勢,把它擺得很堅強。

     167蓐食申禱:早起趕緊吃飯,并禱告戰勝。

     168乃逸楚囚:就放了楚國的囚人,使他們可以去報告晉國的備戰情況。

     169穀陽豎獻飲于子反:穀陽豎是子反的用人,給他酒喝。

     170三日谷:三天吃楚軍的屯糧。

     171惟命不于常,有德之謂:這是《周書·康诰》篇的一句話,天命不是常給的,隻是對有德行的人方給天命。

     172瑕:楚地,江永說:“楚師自鄢陵還荊州,不當回遠由今之蒙城,《水經注》誤也。

    桓公六年,楚武王侵随軍于瑕以待之,當是此瑕,應在今湖北随縣境。

    ” 173君不在:因為楚王不在軍中。

     174子無以為過,不穀之罪也:你不要以為錯了,這是我的錯。

     175盍圖之:你何不細想一下。

     176雖微先大夫有之:就是沒有先大夫自殺的例子。

     177大夫命側:側是子反的名字。

    大夫命我自殺。

     178側敢不義:我也不敢不遵從。

     179高無咎至于師:高無咎是高固的兒子,到了軍隊裡。

     180衛侯出于衛:衛侯也剛從國都出來。

     181壞:魯邑。

    《大事表》說:“以公待于壞,申宮儆備,設守而後行,則壞在曲阜城内,去公宮不遠。

    ” 侗按:“栾範易行以誘之”這句話實在費解,但若參考襄公二十六年的話,當能更明了。

    茲據臧琳《經義雜記》所列表如下:(茲據《皇清經解》卷二百九十七轉刊《經義雜記》。

    ) 楚國的軍隊沒有變化。

     今譯 晉侯将要去伐鄭。

    範文子說:“若逞我的願,要等到諸侯都背叛了楚國,晉國方才可以有暢快的日子。

    如果隻是鄭國背叛楚國,晉國的憂患可能馬上就會來了。

    ”栾武子說:“不可以在我執政的時候失去諸侯,定要去伐鄭國。

    ”便興起兵來,栾書做了中軍的元帥,士燮幫着他,郤锜領了上軍,荀偃幫着他,韓厥領了下軍,郤至幫辦着新軍,荀留守在國中。

    郤犨先到衛國去,又轉到齊國去,都是去請兵的。

    栾黡到魯國來請兵,孟獻子說:“晉人很有取勝的樣子了。

    ”戊寅這天,晉師便出發,鄭人聽得有晉兵到來,便差使臣去告訴楚國,鄭國大夫姚句耳同行。

    楚子帶了兵出來救鄭國,司馬子反領了中軍,令尹子重領了左軍,右尹子辛領了右軍。

    經過申地,子反入見申叔時說:“這次出兵,你看會怎樣?”申叔時回答說:“德行、刑罰、休祥、義氣、禮法、信用這六種都是戰争的器具:德澤是靠它施恩惠的,刑法是靠它正奸邪的,休祥是靠它侍奉神明的,義氣是靠它建立利益的,禮法是靠它抓住時機的,信用是靠它守住事物的,人民生活優厚,道德就很正直,民用既有利益,侍神又有禮節,時機順當,事物又都成功,所以上下和睦,相處沒有矛盾,需要的沒有不預備,又各自知道行動的準則。

    所以,《詩經》上說:‘安定我的人民,沒有不合乎準則的。

    ’所以,神明降給他福澤,四時沒有災害,民生很是厚道,齊心協力聽從君命,沒一個不盡力服從在上的人的命令,都願意出死力去補救阙失,這就是戰争所以能得勝的原因。

    現在,楚國國内丢棄了人民,國外又斷絕交好,亵渎盟誓,自食其言,妨礙了農時,發動戰争,疲憊了人民的氣力逞他的心,人民不知道君上的信用在哪裡,進退都犯着罪呢!人人都愁着自己的結局,還有誰肯出死力和晉國作戰呀?你勉力去做吧,我不能再看見你了。

    ”姚句耳先回鄭國去,子驷問他怎樣。

    姚句耳回答道:“楚軍的行軍很快,經過險要的地方卻沒有秩序。

    行軍快了,就會考慮不周,沒有秩序,就會亂掉隊伍。

    考慮不周,行列不整,怎樣打仗呢?楚國救鄭國的軍隊,恐怕不可用吧?”五月間,晉師渡過黃河去,聽說楚師快要到了,範文子想領兵回國,便說:“我假作畏怯,逃避楚兵,可以寬緩晉國的憂患。

    那種聯合諸侯的事,不是我能做的,隻可留給能幹的人做了。

    我們群臣能夠和睦侍奉着國君,已經足夠了。

    ”栾書說:“不可以的!”六月中,晉楚兩國的軍隊,