卷四

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:春秋時代,最初全稱楚為荊。

    此經無傳。

     今譯 荊地的人來魯國聘問。

     經公及齊侯遇于穀1。

     今注 1此經無傳。

     今譯 魯莊公和齊侯相遇于穀。

     經蕭叔1朝公2。

     今注 1蕭叔:蕭是附庸國,叔是名字。

     2朝公:來朝見魯莊公。

    此經無傳。

     今譯 蕭叔來朝見魯莊公。

     傳晉桓莊之族偪1,獻公患之。

    士2曰:“去富子3,則群公子可謀也已。

    ”公曰:“爾試其事4。

    ”士與群公子謀5,谮6富子而去之7。

     今注 1晉桓莊之族偪:曲沃桓叔及莊伯的子孫強盛,壓迫晉公室。

     2士:是晉大夫。

     3去富子:把有産業的人排斥掉。

     4爾試其事:你去試着做這件事。

     5士與群公子謀:士同很多的公子相計謀。

     6谮:以讒誣之言誣告人。

     7去之:去掉他們。

     今譯 晉國曲沃桓叔及莊伯的子孫強盛,壓迫晉公室。

    晉獻公為此憂愁。

    士說:“除掉二族中富強的人,那麼其他的公子就可謀算了。

    ”獻公說:“你試着去做這件事。

    ”士就和公子們去謀劃,用讒言誣告富強的公子,而把他們去掉。

     經秋,丹桓宮楹。

     傳秋,丹1桓宮之楹2。

     今注 1丹:塗以紅色。

     2桓宮之楹:桓宮是桓公的廟,楹是廟的柱子。

     今譯 秋天,把桓公廟的柱子,漆上紅色。

     經冬十有一月,曹伯射姑1卒。

     今注 1曹伯射姑:射音亦。

    即曹莊公。

    此經無傳。

     今譯 冬天,十一月,曹伯射姑逝世。

     經十有二月甲寅,公會齊侯盟于扈1。

     今注 1扈:鄭地,在今河南省原武縣西北扈亭。

    此經無傳。

     今譯 十二月甲寅,魯莊公會合齊侯盟誓于扈。

     莊公二十四年(公元前六七○年) 經二十有四年春王三月,刻桓宮桷。

     傳二十四年春,刻其桷1,皆非禮也2。

    禦孫3谏曰:“臣聞之,儉,德之共也4;侈,惡之大也5。

    先君有共德6,而君納諸大惡7,無乃不可乎8?” 今注 1桷:音決。

    是廟椽。

     2皆非禮也:指去年丹桓宮楹與刻桷,皆不合于禮。

     3禦孫:魯大夫。

     4儉,德之共也:共同恭。

    勤儉是德行的最恭敬者。

     5侈,惡之大也:奢侈是惡行的最大者。

     6先君有共德:桓公有恭敬的德行。

     7君納諸大惡:你把先君納入惡行的最大者。

     8無乃不可乎:似乎是很不可以的。

     今譯 二十四年,春天,雕刻桓公廟的椽,這件事與去年把廟柱塗上紅色,都是不合于禮的。

    禦孫谏诤說:“臣聽說過,節儉是德行的最恭敬的一面;奢侈是惡行的最大的一面。

    先君有恭敬的德行,而您把他納入最大的惡行,這不是不可以的嗎?” 經葬曹莊公1。

     今注 1此經無傳。

     今譯 安葬曹莊公。

     經夏,公如齊逆女1。

     今注 1公如齊逆女:莊公親自到齊國迎接他的夫人。

    此經無傳。

     今譯 夏天,魯莊公親自到齊國去迎接他的夫人。

     經秋,公至自齊1。

     今注 1此經無傳。

     今譯 秋天,魯莊公從齊國回到魯國。

     經八月丁醜,夫人姜氏入。

     今譯 八月丁醜,魯莊公的夫人姜氏進入魯國都城。

    此經無傳。

     經戊寅,大夫宗婦觌用币。

     傳秋,哀姜至1,公使宗婦觌用币2,非禮也。

    禦孫曰:“男贽3大者玉帛4,小者禽鳥5,以章物也6。

    女贽不過榛栗棗脩7,以告虔也8。

    今男女同贽9,是無别也10。

    男女之别,國之大節11也。

    而由夫人亂之12,無乃不可乎?” 今注 1哀姜至:據《公羊傳》說,哀姜要求公不同進國都,所以八月丁醜入,而以第二天朝祖廟。

     2公使宗婦觌用币:宗婦是與公同宗的婦人。

    觌是見面,用布帛來作見面禮。

     3男贽:男人見面時所用的物品。

     4大者玉帛:最貴重的是玉或者是布帛。

     5小者禽鳥:次一點的是禽獸或鳥類。

    杜預說卿執羔是屬于禽類,又說大夫執鸠,士執雉是屬于鳥類。

     6以章物也:所以分别貴賤。

     7女贽不過榛栗棗脩:榛、栗、棗是果類,脩是肉幹。

    女贽是女子見面時所用的物品。

     8以告虔也:虔是敬,以表示敬意。

     9男女同贽:女子也用布帛作見面禮,等于男女不分。

     10是無别也:男女應該有别,同贽即是無别。

     11國之大節:是國家的大禮節。

     12而由夫人亂之:夫人是指哀姜。

    而由夫人來亂了禮節。

     今譯 秋天,哀姜抵達魯國都城,莊公命同姓大夫的妻子用布帛來做見面禮,這是不合于禮的。

    禦孫說:“男子見面所用的物品,最貴重的是玉或布帛,次一點的用禽獸或鳥類,這樣用以分别貴賤。

    女子見面所用的物品,不過是榛、栗、棗等果物或用肉幹,用以表示敬意。

    現在男女用同樣的見面禮,簡直是不分男女了。

    男女的分别,是國家的大禮節,而由夫人來亂了禮節,這不是不可以的嗎?” 經大水1。

     今注 1此經無傳。

     今譯 發生了大水災。

     經冬,戎侵曹1。

     今注 1此經無傳。

     今譯 冬天,戎人侵略曹國。

     經曹羁1出奔陳。

     今注 1曹羁:大約是曹國的世子。

    此經無傳。

     今譯 曹國的世子羁出奔到陳國。

     經赤1歸于曹。

     今注 1赤:是曹僖公名字,為戎人所納,故曰歸。

    此經無傳。

     今譯 曹僖公回到曹國。

     經郭公1。

     今注 1郭公:對此經無法解說,遂與夏之兩經各成疑案。

    此經無傳。

     今譯 郭公。

     傳晉士又與群公子謀,使殺遊氏1之二子,士告晉侯曰:“可矣!不過二年,君必無患2。

    ” 今注 1遊氏:亦是桓叔、莊伯的同族。

     2君必無患:你必定可以不再有禍患了。

     今譯 晉國的士又與群公子謀劃,派人殺了遊氏的二子。

    于是,士告訴晉侯說:“行了,不出兩年,您必定可以不再有禍患了。

    ” 莊公二十五年(公元前六六九年) 經二十有五年,春,陳侯使女叔來聘。

     傳二十五年春,陳女叔1來聘,始結陳好也,嘉之故不名2。

     今注 1女叔:女音汝。

    女叔是陳卿,女是氏,叔是字。

     2嘉之故不名:因為他與季友甚要好,所以他來聘的時候,不稱他的名字,以表示嘉許的意思。

     今譯 二十五年,春天,陳國的卿女叔來魯國聘問,開始與陳國締結友好關系。

    因為嘉許他,所以隻稱他的字,而不直稱他的名。

     經夏五月癸醜,衛侯朔1卒。

     今注 1衛侯朔:是衛惠公的名字。

    此經無傳。

     今譯 夏天,五月癸醜,衛惠公朔逝世。

     經六月辛未朔,日有食之,鼓用牲于社。

     傳夏,六月辛未朔,日有食之,鼓用牲于社1,非常也2,唯正月之朔3,慝未作4。

    日有食之,于是乎用币于社,伐鼓于朝5。

     今注 1鼓用牲于社:祭祀社的時候,敲鼓并用犧牲。

     2非常也:這是表示非常的意思。

     3唯正月之朔:正月指夏曆的四月,周曆的六月。

     4慝未作:此指陰惡氣尚未興起。

     5用币于社,伐鼓于朝:在社祭上用布币,在朝廷上打鼓,以明陰不應當侵犯陽,人臣不應當掩蔽君上。

     今譯 夏,六月,辛未,是六月的第一天,發生日食。

    打鼓,并且用犧牲祭祀于社,表示這是非常的意思。

    隻有在夏季第一個月的第一天,這時陰氣尚未興起,若是發生日食,于是才用布币祭祀于社,在朝廷打鼓。

     經伯姬1歸于杞。

     今注 1伯姬:是魯國的女兒。

    此經無傳。

     今譯 魯國的女兒伯姬嫁到杞國。

     經秋大水,鼓用牲于社于門。

     傳秋大水,鼓用牲于社于門1,亦非常也。

    凡天災有币無牲2,非日月之眚不鼓3。

     今注 1于門:在國門,國門就是城門。

     2凡天災有币無牲:凡是天災,隻用布币來祈請,而不用犧牲。

     3非日月之眚不鼓:眚音同省,等于災。

    因為這災難與日月無關系,所以不敲鼓。

     今譯 秋天,發生大水,打鼓,并且用犧牲祭祀于神社及城門,這也是不合乎常禮的。

    凡是天災,隻用布币而不用犧牲,不是與日月的災難有關,就不打鼓。

     經冬,公子友如陳1。

     今注 1公子友如陳:報女叔之聘。

    此經無傳。

     今譯 冬天,魯國公子友到陳國去報聘。

     傳晉士使群公子盡殺遊氏之族,乃城聚1,而處之2。

    冬,晉侯圍聚,盡殺群公子3。

     今注 1聚:賈逵雲,聚是晉邑。

     2而處之:使群公子皆住在聚邑。

     3盡殺群公子:終于用士的計謀。

     今譯 晉國的士使群公子把遊氏的族人全體殺害。

    于是修築聚邑以安置群公子。

    冬天,晉侯圍攻聚邑,把群公子全部殺害。

     莊公二十六年(公元前六六八年) 經二十有六年春,公伐戎1。

     今注 1此經無傳。

     今譯 二十六年,春天,魯莊公讨伐戎人。

     傳二十六年春,晉士為大司空1。

     今注 1大司空:是晉的卿官。

     今譯 二十六年,春天,晉國的士成為晉的大司空。

     經夏,公至自伐戎1。

     今注 1此經無傳。

     今譯 夏天,魯莊公讨伐戎人以後回到魯國。

     傳夏,士城绛1,以深其宮2。

     今注 1绛:據閻若璩考證說:“餘親往其地,士人呼王宮城,距故晉城五十裡。

    ” 2以深其宮:使他的宮室加深。

     今譯 夏天,士修築绛城,使他的宮室加深。

     經曹殺其大夫1。

     今注 1曹殺其大夫:不稱大夫的名字,因為他未曾犯罪,例在文公七年。

    此經無傳。

     今譯 曹國殺死了一位大夫。

     經秋,公會宋人、齊人伐徐1。

     今注 1徐:在今安徽省泗縣西北三十五裡。

    寫宋在齊前,因為宋人主持軍事。

    此經無傳。

     今譯 秋天,魯莊公會合宋國人和齊國人讨伐徐國。

     傳秋,虢人侵晉。

    冬,虢人又侵晉。

     今譯 秋天,虢國人侵略晉國。

    冬天,虢國人又侵略晉國。

     經冬,十有二月癸亥朔,日有食之1。

     今注 1此經無傳。

     今譯 冬天,十二月癸亥,初一,發生日食。

     莊公二十七年(公元前六六七年) 經二十有七年春,公會杞伯姬于洮。

     傳二十七年春,公會杞伯姬1于洮2,非事也3。

    天子非展義不巡守4,諸侯非民事不舉5,卿非君命不越竟6。

     今注 1杞伯姬:魯女已嫁杞國。

     2洮:魯地,在今山東省卞縣東南桃墟,亦作桃。

     3非事也:非諸侯的事情。

     4天子非展義不巡守:天王不是宣布德義,就不到各處巡守。

     5諸侯非民事不舉:諸侯要不是為了人民,就不舉事。

     6卿非君命不越竟:卿若非受君命不到旁的國去。

     今譯 二十七年,春天,魯莊公在洮會見嫁到杞國的伯姬,這不是諸侯應做的事情。

    天子若不是為了宣揚德義,就不巡守;諸侯若不是為了人民的福利,就不舉事;卿若不是由于國君的命令,就不越過國境。

     經夏六月,公會齊侯、宋公、陳侯、鄭伯同盟于幽。

     傳夏,同盟于幽1,陳鄭服也2。

     今注 1幽:宋地,在今河南省考城縣境。

     2陳鄭服也:陳、鄭最初曾有貳心于齊,至是盟幽以後,始與齊和好。

     今譯 夏天,魯莊公會合齊侯、宋公、陳侯及鄭伯同盟于幽地,于是,陳國和鄭國才服從齊國。

     經秋,公子友如陳葬原仲。

     傳秋,公子友1如陳葬原仲2,非禮也。

    原仲,季友之舊也3。

     今注 1公子友:是莊公的同母弟。

     2原仲:為陳大夫,原是氏,仲是字。

     3原仲,季友之舊也:原仲是季友的老朋友。

     今譯 秋天,魯國公子友到陳國去參加原仲的葬禮,這是不合于禮的。

    因為原仲是公子友的老朋友。

     經冬,杞伯姬來。

     傳冬,杞伯姬來,歸甯1也。

    凡諸侯之女歸甯曰來2,出曰來歸3。

    夫人歸甯曰如某4,出曰歸于某5。

     今注 1歸甯:若父母在,則曰歸甯,歸問父母的安。

     2歸甯曰來:若是歸甯,則《春秋》上,隻簡單地寫上“來”。

     3出曰來歸:被出等于現在的離婚,《春秋》上即寫上“來歸”,表示不再回她結婚的國家,與歸甯不同。

     4夫人歸甯曰如某:夫人回她的國家歸甯,《春秋》上就寫“如某”。

     5出曰歸于某:離婚則寫上“歸于某”。

     今譯 冬天,杞伯姬來魯國,她是來歸甯的。

    凡是諸侯的女兒歸甯,就記載說“來”;因離婚而回國,就記載說“來歸”。

    諸侯的夫人歸甯,就記載說“如某”;因離婚而回國,就記載說“歸于某”。

     經莒慶1來逆叔姬2。

     今注 1莒慶:是莒大夫。

     2叔姬:是莊公女兒。

    此經無傳。