卷二

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桓公 桓公元年(公元前七一一年) 經元年春王正月,公即位。

     傳元年春,公1即位2,修好于鄭,鄭人請複祀周公,卒易祊田3,公許之。

     今注 1公:指桓公;名軌,為惠公的兒子,隐公的弟弟,母仲子。

    谥法,辟土服遠曰桓。

    《史記·魯世家》說他名允。

     2即位:行即位的典禮。

     3卒易祊田:此事已見隐公八年。

     今譯 元年,春,桓公行即位典禮。

    桓公即位後,修治魯國與鄭國的和好,鄭人請求恢複周公的祭祀,完成祊田的交換,桓公允許了。

     經三月,公會鄭伯于垂,鄭伯以璧假許田。

     傳三月,鄭伯以璧假許田1,為周公祊故也。

     今注 1以璧假許田:璧是玉璧。

    用璧來假借許田。

     今譯 三月,鄭伯用玉璧來假借許田,為的是交換祭周公的祊田。

     經夏四月丁未,公及鄭伯盟于越。

     傳夏四月丁未,公及鄭伯盟于越1,結祊成也2。

    盟曰:“渝盟無享國3。

    ” 今注 1越:經所雲之垂,一名犬邱,在今山東省曹縣北三十裡。

    而越在垂左近。

     2結祊成也:為的是完結用許田與祊相換的事件。

     3渝盟無享國:這是盟辭。

    若變易此盟,就不許享有國家。

     今譯 夏,四月,丁未,桓公與鄭伯盟誓于越,以完成許田與祊田交換的事件。

    盟辭說:“若是變易了這個盟誓,就不能享有國家。

    ” 經秋,大水。

     傳秋,大水,凡平原出水為大水1。

     今注 1凡平原出水為大水:廣平之地出水,并非泉水湧出,則為大水。

     今譯 秋,發生大水。

    凡是廣平的地上出水彌漫,就叫作“大水”。

     經冬十月1。

     今注 1此經隻剩三字,後人遂有種種的忖測之辭,我則以為這竹簡因年久而朽爛,遂餘下三個字,并無特别的說法。

     傳冬,鄭伯拜盟1。

     今注 1拜盟:拜謝越之盟。

     今譯 冬,鄭伯來拜謝越的盟約。

     傳宋華父督1見孔父之妻于路2,目逆而送之3曰:“美而豔4。

    ” 今注 1華父督:是宋國的卿,為宋戴公之孫。

     2于路:在路上。

     3目逆而送之:先看見,一直用眼送她到遠處。

     4美而豔:貌美而姿色鮮豔。

     今譯 宋國的華父督在路上碰見孔父的妻子,眼看着她走近又一直目送她走遠,說:“貌美而姿色鮮豔。

    ” 桓公二年(公元前七一○年) 經二年春王正月,戊申,宋督弑其君與夷及其大夫孔父。

     傳二年春,宋督1攻孔氏2,殺孔父而取其妻3。

    公怒4,督懼,遂弑殇公5。

    君子以督為有無君之心,而後動于惡,故先書弑其君6,會于稷7,以成宋亂8,為賂故,立華氏9也。

    宋殇公立,十年十一戰10,民不堪命11,孔父嘉為司馬12,督為大宰13,故因民之不堪命,先宣言曰:“司馬則然。

    ”已殺孔父而弑殇公,召莊公14于鄭,而立之以親鄭15,以郜大鼎16賂公,齊、陳、鄭皆有賂,故遂相宋公17。

    夏四月,取郜大鼎于宋。

    戊申,納于大廟18,非禮也。

    臧哀伯19谏曰:“君人者将昭德塞違20,以臨照百官21,猶懼或失之22,故昭令德23以示子孫,是以清廟茅屋24,大路越席25,大羹不緻26,粢食不鑿27,昭其儉28也。

    衮29冕30黻31珽32,帶33裳34幅35舄36,衡37383940,昭其度41也。

    藻42率43鞞44鞛45,鞶46厲47遊48纓49,昭其數50也。

    火51龍52黼黻53,昭其文54也。

    五色比象55,昭其物56也。

    钖57鸾58和59鈴60,昭其聲61也。

    三辰旂旗62,昭其明63也。

    夫德儉而有度64,登降有數65,文物以紀之66,聲明以發之67,以臨照百官68,百官于是乎戒懼69,而不敢易紀律70。

    今滅德立違71,而置其賂器72于大廟,以明示73百官,百官象之74,其又何誅75焉?國家之敗由官邪76也,官之失德寵賂章77也。

    郜鼎在廟,章孰甚78焉?武王克商,遷九鼎79于雒邑80,義士81猶或非之82,而況将昭違亂之賂器于大廟,其若之何83?”公不聽,周内史84聞之曰:“臧孫達其有後于魯85乎?君違86不忘谏之以德。

    ” 今注 1宋督:指華父督。

     2攻孔氏:古代各族皆有軍隊,故華父督用他的軍隊攻孔氏。

     3殺孔父而取其妻:故先殺孔父而目的在娶其妻。

     4公怒:宋殇公因此發怒。

     5督懼,遂弑殇公:華父督因殇公發怒,遂有所懼,而弑殇公。

     6先書弑其君:事實上殺孔父在先,殺殇公在後,但因他先有無君之心,故先書弑其君。

     7稷:在今河南省商丘左近。

     8以成宋亂:以平定宋國的亂。

     9為賂故,立華氏:因為華父督對各國皆有賄賂,所以才立華父督主持宋政。

     10十年十一戰:殇公以隐公四年立,十一戰皆在隐公的時代。

     11民不堪命:人民不能忍受。

     12司馬:是主兵之卿。

     13大宰:宋卿名。

    大音泰。

     14莊公:是公子馮。

     15立之以親鄭:因為在隐公三年,公子馮出居于鄭。

     16以郜大鼎:郜為文王子所封,今山東省城武縣東南有北郜城。

    用郜國所造的銅器。

     17遂相宋公:春秋時代,“相”字最初為臨時的名稱,如孔子在夾谷相禮,是用的原義。

    至戰國時代方有宰相的名稱。

    “相宋公”這種字樣是頭一次見于春秋時代。

     18納于大廟:大音泰。

    安置在魯國的祖廟内。

     19臧哀伯:魯大夫,是臧僖伯之子。

     20昭德塞違:昭明德行,閉塞違邪。

     21臨照百官:專門做給百官看,作為榜樣。

     22猶懼或失之:仍然害怕不能成功。

     23昭令德:昭明好的德行。

     24清廟茅屋:清廟就是祖先的廟。

    其屋上以茅草覆蓋,以示節儉。

     25大路越席:大路是祀天的玉路。

    以結草為席,也以示儉。

     26大羹不緻:大羹是宗廟祭祀時所用,隻用肉汁,不加五味。

     27粢食不鑿:祭祀所用的谷皆不精鑿。

     28昭其儉:以上四類皆是表示儉省。

     29衮:是用玄色而畫以龍。

     30冕:是禮帽。

     31黻:音弗,是用皮所做,為蔽膝之用。

     32珽:音挺,用玉所做的笏闆。

     33帶:皮帶。

     34裳:古人謂衣以下為裳,等于現在的裙子。

     35幅:音逼,若晉朝人所謂的行縢。

     36舄:音細,等于現在的鞋。

     37衡:以玉做成,是用來維持冠冕與發的。

     38:以線織成,垂于冠下。

     39:從下而上的纓。

     40:以木為幹,上面蓋以玄色的布,稱為。

     41昭其度:因為尊卑各有制度,所以表示。

     42藻:畫藻,以皮做成。

     43率:音律,即刷巾。

    據傅遜說,率帶諸侯大夫皆五彩,士二彩。

     44鞞:《詩毛傳》說佩刀鞘下的裝飾曰鞞。

     45鞛:音北,《詩毛傳》說佩刀鞘上的裝飾曰鞛。

     46鞶:音盤,是紳帶。

     47厲:是大帶之垂者。

     48遊:是旌旗的穗子。

     49纓:是馬胸前的五彩裝飾物。

     50昭其數:表示尊卑各有等級。

     51火:畫有火形。

     52龍:畫有龍形。

     53黼:音斧,白與黑名謂黼,形若斧頭。

    黻:音浮,黑青名謂黻,它是兩兩相背的形狀。

     54昭其文:以表示他的文章貴賤。

     55五色比象:《考工記》說“東青、南赤、西白、北黑、天玄、地黃是其比象”。

    此是六色,而稱為五色,因為玄色是在赤色與黑色之間。

     56昭其物:以昭明器物的不虛設。

     57钖:音揚,安在馬面上,有聲響。

     58鸾:是在馬口兩邊所系的鈴铛。

     59和:附在車轼上的鈴铛。

     60鈴:是在旌旗上的鈴铛。

     61昭其聲:昭示它的聲音。

     62三辰旂旗:将日、月、星畫在旗子上面。

     63昭其明:所以昭示天的光明。

     64儉而有度:儉省而有制度。

     65登降有數:王引之說:“登謂增其數,降謂減其數。

    ”杜注為上下尊卑,不對。

     66文物以紀之:文物所以記載它。

     67聲明以發之:聲音與顔色來發展它。

     68臨照百官:用以訓示所有的官吏。

     69戒懼:警惕遂害怕。

     70易紀律:改易紀律。

     71滅德立違:王念孫說:“違,邪也。

    與回邪之回聲近而義同。

    ”按:上文昭德塞違;下文又說昭違亂之賂器于大廟,“違”全作為“邪”字講。

     72賂器:指郜鼎。

     73明示:明白地告示。

     74百官象之:百官以它為表象。

     75何誅:如何懲罰。

     76官邪:官的行為不正。

     77寵賂章:所得的恩寵及賄賂很彰顯。

     78章孰甚:何事再比它更彰明顯著。

     79九鼎:為夏人所鑄。

     80雒邑:雒音洛。

    雒邑是周公所營,後謂之王城,在今河南省洛陽縣。

     81義士:守正義的人士。

     82猶或非之:不以為然。

     83其若之何:又怎麼辦。

     84周内史:周國的史官。

     85有後于魯:他的後人必可以維持住職位于魯國。

     86君違:君若有邪政。

     今譯 二年,春,宋華父督攻擊孔氏,殺死孔父而奪取他的妻子。

    宋殇公很生氣,華父督很恐懼,于是就弑殇公。

    君子以為華父督先存有“無君”的心,然後才動弑君的惡念,所以經上先寫“弑其君”。

    魯桓公與齊侯及陳侯會見于稷邑,商量平定宋國的亂事。

    因為接受了華父督的賄賂,而立華氏主持宋政。

    宋殇公在位十年發生十一次戰争,宋國的人民不能忍受。

    孔父嘉為司馬,華父督為大宰,所以他利用人民不能忍受的心理,先公開宣布說:“這些戰争實在都是由司馬造成的。

    ”既已殺了孔父而又弑殇公,從鄭國召回宋莊公而立為國君。

    借此親于鄭國,用郜國的大鼎賄賂魯桓公,齊、陳、鄭三國也都有賄賂,所以華父督就做了宋莊公時掌政權的人。

    夏,四月,魯國從宋國取來郜國的大鼎。

    戊申,安置在太廟裡面,這是不合禮的。

    臧哀伯谏诤說:“做國君的人,要昭明德行閉塞違邪,以便作為百官的榜樣來影響他們。

    仍然害怕不能成功,所以要昭明良好的德行以告示子孫。

    這就是祖先的廟隻用茅草蓋屋頂,祀天的玉路隻結草做席,肉汁不加五味,祭祀用的黍稷都不用精鑿,以這四種方法來表示他的儉省。

    畫着龍的上衣、禮帽、蔽膝、玉笏、皮帶、裙子、纏腿、鞋子,以及禮帽上的衡、、、,都有一定的規則,以表示他的制度。

    襯玉的畫藻、刷巾、佩刀的裝飾、紳帶和垂下的大帶、旌旗的穗子、馬胸前的纓索,也都有一定的規則,以表示合于尊卑的數目。

    用火、龍、黼、黻等花紋圖案做裝飾,以表示他的文章貴賤。

    車服器械用五色來象征,以表示器物的實體。

    用馬額上的錫,馬口兩邊的鸾,車轼上的和,以及旌旗上的鈴,以表示他的聲音。

    用畫有日、月、星的旗幟,以表示他的明德如天的光明一樣。

    所謂德,就是要能做到儉省而有制度,增加或減少有一定的數目,用文章與器物來記載,用聲音和光明來發揮,這樣來訓示百官,百官就能警戒畏懼,而不敢改變紀律。

    現在滅了有德的人而立了違邪的人,并且把他所賄賂的器物安置在大廟,公開展示給百官,百官若是仿效了這種行為,又怎能處罰他們呢?國家的敗亡,是由于官員行為不正,官員的喪失德行,是由于寵愛賄賂彰明顯著。

    現在郜國的大鼎放在大廟裡,有比這個更明顯的嗎?周武王克服商朝以後,把九鼎遷移到洛邑,守正義的人士都還不以為然,何況把表示邪惡亂政的賂器放在大廟,又怎麼辦呢?”桓公不聽他的話。

    周的内史聽到了這件事,說:“臧孫達的後人必可以維持住他們的職位于魯國。

    國君有邪政,不忘用德行谏诤。

    ” 經滕子來朝1。

     今注 1此經無傳。

     今譯 滕子來魯國朝見。

     經三月,公會齊侯、陳侯、鄭伯于稷,以成宋亂1。

     今注 1此經之傳見前文。

     今譯 三月,魯桓公會見齊侯、陳侯及鄭伯于稷邑,以平定宋國的亂事。

     經夏四月,取郜大鼎于宋。

    戊申,納于大廟1。

     今注 1此經之傳亦見前文。

     今譯 四月,魯國從宋國取來郜國的大鼎。

    戊申,安置在大廟裡。

    (見前文。

    ) 經秋七月,杞侯來朝。

     傳秋七月,杞侯1來朝,不敬。

    杞侯歸,乃謀伐之。

     今注 1杞侯:杞是姒姓,周武王伐纣求禹之後得東樓公,而封于杞。

    在今河南省杞縣。

     今譯 秋,七月,杞侯來魯國朝見,杞侯不敬。

    杞侯歸國,魯國就謀劃要讨伐他。

     經蔡侯、鄭伯會于鄧。

     傳蔡侯、鄭伯會于鄧1,始懼楚也。

     今注 1鄧:在今河南省郾城縣東南三十五裡有鄧城。

     今譯 蔡侯與鄭伯會見于鄧,開始畏懼楚國的勢力。

     經九月,入杞。

     傳九月,入杞,讨不敬1也。

     今注 1讨不敬:因為杞侯來朝不敬。

     今譯 九月,攻入杞國,讨伐杞侯的不敬。

     經公及戎盟于唐,冬,公至自唐。

     傳公及戎盟于唐,修舊好1也。

     今注 1修舊好:指惠公與隐公的舊盟誓。

     今譯 魯桓公及戎人會盟于唐,以修治舊時的和好。

     傳冬,公至自唐,告于廟1也。

    凡公行,告于宗廟。

    反,行飲至2舍爵策勳3焉,禮也。

    特相會,往來稱地4,讓事5也。

    自參以上6,則往稱地7,來稱會8,成事9也。

     今注 1告于廟:告于祖廟。

     2行飲至:行飲至的禮節。

     3舍爵策勳:爵是飲酒所用的器皿。

    既飲之後,放下酒杯,則将随從的人的勳勞寫到竹簡上。

     4往來稱地:寫上會盟的地方。

     5讓事:因為兩國相會,莫肯為主人,互相謙讓,所以隻寫會盟的地方。

     6自參以上:由三國以上會盟。

     7則往稱地:去時稱所往的地名。

     8來稱會:回來時就稱會盟。

     9成事:表示會盟已經成功。

     今譯 冬,魯桓公從唐回國,告于祖廟。

    凡是公出國,要告于祖廟,回國,舉行飲至禮,放下酒杯,就将随從人員的功勞記在竹簡上,這是合于禮的。

    隻有兩國會盟,去時回時都寫上會盟的地名,因為兩國會盟,彼此謙讓,不肯做主,會盟不成,所以隻寫會盟的地方;由三國以上會盟,則去時稱所要去的地名,回時就稱會盟,表示會盟成功。

     傳初,晉穆侯1之夫人姜氏,以條2之役生大子3,命之曰仇4。

    其弟以千畝之戰5生,命之曰成師。

    師服6曰:“異哉,君之名子也。

    夫名以制義7,義以出禮8,禮以體政9,政以正民,是以政成而民聽,易則生亂10。

    嘉耦曰妃11,怨耦曰仇12,古之命也13。

    今君命大子曰仇,弟曰成師,始兆亂14矣。

    兄其替15乎!”惠16之二十四年,晉始亂17,故封桓叔18于曲沃19。

    靖侯20之孫栾賓傅之21。

    師服曰:“吾聞國家之立也,本大而末小22,是以能固23。

    故天子建國,諸侯立家,卿置側室24,大夫有貳宗25,士有隸子弟26,庶人、工、商,各有分親27,皆有等衰28,是以民服事其上29,而下無觊觎30。

    今晉,甸侯31也,而建國,本既弱矣,其能久乎?”惠之三十年,晉潘父32弑昭侯33,而納桓叔,不克,晉人立孝侯34。

    惠之四十五年,曲沃莊伯35伐翼36,弑孝侯,翼人立其弟鄂侯,鄂侯生哀侯37,哀侯侵陉庭38之田,陉庭南鄙39,啟40曲沃伐翼。

     今注 1晉穆侯:為晉獻侯之子,他為成王封其弟叔虞于唐的第九君。

    晉是姬姓。

     2條:在今山西省安邑縣北三十裡鳴條岡。

     3大子:大音太,即後之晉文侯。

     4命之曰仇:命等于名。

    命之曰仇即名之曰仇。

     5千畝之戰:千畝在今山西省界休縣。

    據《國語》說:“宣王三十九年,戰于千畝,王師敗績于姜氏之戎。

    ”據《史記·周本紀》也說:宣王三十九年有千畝之戰。

     6師服:晉大夫。

     7名以制義:名以制定義法。

     8義以出禮:禮自義而來。

     9禮以體政:政由禮而成。

     10易則生亂:變易禮及義,亂就生出來。

     11嘉耦曰妃:好的配偶就叫作妃。

     12怨耦曰仇:相怨的配偶就叫作仇。

     13古之命也:這是古人用的名稱。

     14兆亂:亂的預兆。

     15兄其替:替即廢。

    兄将來被廢。

     16惠:魯惠公。

     17晉始亂:指晉文侯卒。

     18桓叔:成師谥法。

     19曲沃:在今山西省聞喜縣。

     20靖侯:桓叔的高祖父。

     21栾賓傅之:栾賓為公孫,任桓叔的師傅。

     22本大而末小:根本粗大而末枝細小。

     23是以能固:所以能牢固。

     24卿置側室:側室所出為庶子。

     25大夫有貳宗:大夫的嫡子為小宗。

    貳宗是庶子的後人。

     26士有隸子弟:士低于大夫,以他的子弟為仆隸。

     27庶人、工、商,各有分親:在春秋時士與庶人尚不并稱,自孟子時,方才開始士與庶人連稱,由此可看出春秋與戰國的分野。

    庶人與工商皆在貴族與小人之間。

     28皆有等衰:皆有等級高下。

     29民服事其上:百姓聽從上面的命令。

     30觊觎:下希望占有上的位置。

     31甸侯:其爵位為侯,而封的地位為甸服。

     32潘父:晉大夫。

     33昭侯:晉文侯子。

     34孝侯:昭侯之子。

     35莊伯:桓叔子。

     36翼:在今山西省翼城縣東南十五裡。

     37哀侯:鄂侯之子。

     38陉庭:《史記·晉世家》庭作廷。

    陉庭即熒庭,在今山西省翼城縣東南七十五裡。

     39南鄙:南郊。

     40啟:開啟。

     今譯 起初,晉穆侯的夫人姜氏在條之役時生下了太子,命名叫作仇,仇的弟弟在千畝之戰時出生,命名叫作成師。

    晉大夫師服說:“奇怪呀!國君竟這樣給他的兒子起名字。

    命名以制定義法,從義法而生出禮節,用禮節以完成政治,用政治以匡正人民,所以政治才有成效而人民聽命服從。

    變易禮節和義法就要發生亂事。

    好的配偶叫作妃,相怨的配偶叫作仇,這是古人用的名稱。

    現在國君叫他的太子作仇,太子的弟弟叫成師,這就開始預兆亂事的發生。

    做哥哥的将來豈不被廢嗎?”在魯惠公二十四年,晉國開始發生亂事,所以封桓叔于曲沃,由靖侯的孫子栾賓做他的師傅。

    師服說:“我聽說一個國家的成立,根本大而末枝小,才能夠鞏固。

    所以天子封建諸侯,諸侯封建卿大夫,卿設置側室,大夫除嫡子外另立貳宗,士有他的子弟做仆隸,庶人及工商各有分别的親戚,親疏都有等差,這樣人民才服從他的長上,而下面的人不敢觊觎上位。

    現在晉國隻是甸侯的國家,而封建另一個侯國,根本既已衰弱了,還能長久存在嗎?”在魯惠公三十年,晉大夫潘父弑昭侯而接納桓叔,沒有成功。

    晉國人立孝侯為國君。

    在魯惠公四十五年,曲沃莊伯攻伐翼都,弑孝侯,翼都的人立他的弟弟鄂侯為國君。

    鄂侯生哀侯,哀侯侵占陉庭地方的田,陉庭就是翼都的南鄙。

    這件事開啟了曲沃攻擊翼都的事端。

     桓公三年(公元前七○九年) 傳三年春,曲沃武公1伐翼,次2于陉庭,韓萬3禦戎,梁弘為右,逐翼侯于汾隰4,骖而止5,夜獲之及栾共叔6。

     今注 1曲沃武公:是曲沃莊伯之子。

     2次:久留,據莊公三年傳說:“再宿為信,過信為次。

    ” 3韓萬:莊伯之弟。

     4汾隰:在汾水邊上。

     5骖而止:骖是駕車的第三匹馬。

    :馬遇到樹。

    此指全車都被停止了。

     6栾共叔:桓公的叔父,栾賓的兒子。

     今譯 三年,春,曲沃武公攻伐翼都,久留在陉庭。

    韓萬駕戎車,梁弘做車右,追逐翼侯于汾水邊,直到骖馬被絆住,戎車不能前進才停止。

    到了夜裡,他們俘獲了翼